जो रूट पर अंपायर पॉल रीफेल के फैसले पर भड़के सुनील गावस्कर, ट्रॉट भी ‘स्तब्ध’

नई दिल्ली. भारत और इंग्लैंड के बीच एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के तीसरे टेस्ट मैच में भारत को आखिरी दिन जीत के लिए 135 रन चाहिए। उसके पास अभी 6 विकेट बचे हैं। चौथे दिन भारत ने इंग्लैंड की दूसरी पारी 192 रन पर समेट दी थी। इस दौरान अंपायर के एक फैसले से जो रूट को जीवनदान मिला। यह फैसला सुनील गावस्कर को बहुत नागवार लगा है। इतना ही नहीं, इंग्लैंड के पूर्व बल्लेबाज जोनाथन ट्रॉट भी अंपायर के फैसले से ‘स्तब्ध’ दिखे।
वाकया तब हुआ जब जो रूट 36 रन बनाकर खेल रहे थे। मोहम्मद सिराज की एक गेंद टप्पा खाने के बाद सीधे उनके पैड से टकराई। गेंद लाइन में पिच हुई थी और पैड से नहीं टकराती तो सीधे लेग स्टंप को उखाड़ती। सिराज और भारतीय टीम ने जोरदार अपील की लेकिन अंपायर ने जो रूट को नॉट आउट करार दिया।
अंपायर पॉल रीफेल के फैसले से कप्तान शुभमन गिल और मोहम्मद सिराज काफी नाखुश दिखे। भारत ने रिव्यू लिया। रीप्ले में साफ दिखा कि गेंद लाइन में थी और लेग स्टंप से टकराती। फिर भी अंपायर कॉल रूट के पक्ष में गया और उन्हें जीवनदान मिला।
तब कॉमेंट्री कर रहे सुनील गावस्कर ने कहा, ‘मैं यह विश्वास नहीं कर सकता कि गेंद इतनी ज्यादा मूव की है। आप कह रहे हैं कि यह लेग स्टंप को चूमने जा रही थी? बिल्कुल नहीं। यह लेग स्टंप उड़ाने जा रही थी। भारत के लिए अच्छी बात सिर्फ यह है कि उसे रिव्यू नहीं गंवाना पड़ा है।’
कॉमेंट्री पैनल में शामिल इंग्लैंड के पूर्व बल्लेबाज जोनाथन ट्रॉट भी अंपायर के फैसले से हैरान दिखे। उन्होंने कहा, ‘मैं स्तब्ध हूं। रीप्ले देखने के बाद मुझे लगता है कि गेंद लेग स्टंप के अंदरूनी हिस्से से टकराने वाली थी। रियल टाइम में देखने पर मैं यह यकीन नहीं कर सकता कि गेंद स्टंप मिस कर रही थी।’
भारत के लिए अच्छी बात यह रही कि जो रूट जीवनदान का फायदा नहीं उठा पाए। जल्द ही 40 रन के व्यक्तिगत स्कोर पर उन्हें वॉशिंगटन सुंदर ने आउट करके पवैलियन का रास्ता दिखाया।
इंग्लैंड की टीम अपनी दूसरी पारी में 192 रन ही बना सकी। जवाब में भारत ने चौथे दिन का खेल खत्म होने तक 4 विकेट के नुकसान पर 58 रन बनाए। केएल राहुल 33 रन बनाकर खेल रहे थे। टेस्ट के आखिरी दिन सोमवार को भारत को जीत के लिए सिर्फ 135 रन और बनाने हैं और 6 विकेट उसके हाथ में है।