कोविड योद्धाओं को मिलेगा भर्ती में प्रथम अवसर — समग्र शिक्षा एम.डी. डॉ. संजीव कुमार झा एवं स्वास्थ्य मंत्री ने दिया स्पष्ट आश्वासन

रायपुर. कोविड काल में सेवा दे चुके नर्सिंग, कंप्यूटर व स्वास्थ्य कर्मियों को लेकर आज एक बड़ा सकारात्मक संदेश सामने आया है। समग्र शिक्षा के प्रबंध संचालक (एम.डी.) डॉ. संजीव कुमार झा से प्रतिनिधि मंडल की मुलाकात हुई, जिसमें उन्होंने स्पष्ट कहा:
“आप सभी का योगदान अमूल्य है — भर्ती प्रक्रिया में सबसे पहला सम्मान कोरोना काल के वास्तविक सेवा देने वाले कर्मियों को ही मिलेगा। आपके दस्तावेज़ समग्र कार्यालय द्वारा अग्रेषित कर दिए गए हैं।”
यह वार्ता उस दिशा में एक ठोस पहल है, जिसमें कोविड योद्धाओं को प्राथमिकता दिलाने की वर्षों पुरानी मांग अब वास्तविकता बनती दिख रही है।
इससे पहले स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल भी कह चुके हैं:
“कोरोना योद्धाओं का सम्मान सरकार की नैतिक ज़िम्मेदारी है — नियुक्तियों में पहला हक उन्हीं का है।”
इसी क्रम में समग्र शिक्षा विभाग द्वारा जारी 15 चयनित युवाओं की सूची में कई नाम कोविड सेवा से जुड़े रहे हैं, जैसे:
हेल्थ केयर (स्टाफ नर्स):
यामनी देवांगन, योगेन्द्र देवांगन, अजय त्रिपाठी, सत्यभामा चंद्रवंशी, छाया कोसरेया
आईटी (कंप्यूटर):
दुर्गेश कुमार वर्मा, वर्षा वर्मा, निधि परनिहा, श्याम बाई साहू, चंदा पटेल, संतोष कुमार साहू, योगेश कुमार साहू
फाइनेंस एवं बैंकिंग:
कुंदन करण, कीर्ति दास
टेलस्टाइलिंग:
श्रावती
प्रतिनिधियों द्वारा सौंपे गए दस्तावेजों को एवीएन के संचालक एवं उपसंचालक श्री रजनीश सिंह के माध्यम से समग्र शिक्षा विभाग में विधिवत प्रस्तुत किया गया है। विभाग द्वारा दस्तावेजों का परीक्षण कर फॉरवर्डिंग प्रक्रिया पूर्ण कर दी गई है।
इससे यह स्पष्ट होता है कि शासन व विभाग दोनों स्तरों पर कोरोना कालीन सेवा देने वाले युवाओं को यथोचित मान-सम्मान व रोजगार देने की मंशा गंभीर है।
कोविड योद्धा संघ, छत्तीसगढ़ ने सभी चयनित अभ्यर्थियों को शुभकामनाएँ दीं तथा शासन, स्वास्थ्य मंत्री, समग्र शिक्षा एम.डी. व एवीएन संचालन टीम के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा:
“अब आश्वासन नहीं, नियुक्तियाँ मिल रही हैं — यह हमारे बलिदान का पहला वास्तविक प्रतिफल है।”