हस्तरेखा: लाल, गुलाबी व पीले रंग की हथेली का क्या अर्थ होता है? जानें इससे जुड़े संकेत

हस्तरेखा शास्त्र में हथेली के रंग का अत्यधिक महत्व है। कहते हैं कि हथेली के रंग से व्यक्ति के स्वभाव व व्यक्ति के साथ ही उसके चरित्र के बारे में कई संकेत मिलते हैं। गुलाबी रंग की हथेली को शुभ माना गया है, यह स्वस्थ व पॉजिटिव स्वभाव का प्रतीक है। लाल रंग की हथेली धन और सामाजिक प्रतिष्ठा का सूचक मानी गई है। जबकि पीले रंग की हथेली को स्वास्थ्य समस्याओं को दर्शाती है। जानें हथेली के रंग से व्यक्ति का स्वभाव और व्यक्तित्व।
1. लाल रंग- हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार, जिस व्यक्ति की हथेली का रंग लाल होता है, वह क्रोधी स्वभाव और दूसरों पर जल्दी भरोसा नहीं करने वाला होता है। कहते हैं कि ऐसे लोग तुनक मिमाज के होते हैं। यह किस समय किस व्यक्ति से नाराज हो जाएं, इसका अंदाजा लगाना मुश्किल होता है।
2. ज्यादा लाल रंग- हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार, जिस व्यक्ति की हथेली का रंग ज्यादा लाल होता है, वह क्रूर व अपराधिक प्रवृत्ति का माना गया है। कहते हैं कि ऐसे लोग स्वार्थी होते हैं। यह समय आने पर अपने करीबी को भी धोखा देने से पीछे नहीं हटते हैं। कहते हैं कि ऐसे लोगों पर भरोसा करना किसी रिस्क से कम नहीं होता है।
3. गुलाबी रंग- हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार, अगर व्यक्ति की हथेली का रंग गुलाबी होता है, तो वह स्वस्थ, दिलदार और उन्नत विचारों वाला होता है। ऐसे लोग शालीन रहन-सहन में विश्वास रखते हैं। यह विचारों के धनी होते हैं। कहते हैं कि ऐसे व्यक्ति अपने दम पर कार्यों में सफलता प्राप्त करते हैं। ऐसे लोग उच्च पद पाने में सफल होते हैं और सामाजिक मान-प्रतिष्ठा भी पाते हैं।
4. पीला रंग- हस्तरेखा शास्त्र में पीले रंग की हथेली रोग की सूचक मानी गई है। कहते हैं कि अगर व्यक्ति की हथेली रंग की नजर आए तो समझ लेना चाहिए कि व्यक्ति रोगी है या किसी न किसी रोग से पीड़ित है। कहते हैं कि ऐसा व्यक्ति अस्थिर स्वभाव का होता है। यह स्वभाव से चिड़चिड़े होते हैं।